बनारस न्यूज डेस्क: शनिवार को सिविल कोर्ट परिसर में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 4,01,742 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें 25 करोड़ 29 लाख रुपये की रिकॉर्ड वसूली हुई। जनपद अदालत में निपटाए गए 10,788 मामलों में दीवानी के 129, परिवार से जुड़े 159 और मोटर दुर्घटना से संबंधित 30 वाद शामिल थे। इन मामलों में 3 करोड़ 42 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति दिलाई गई। वहीं, 9,888 फौजदारी वादों के निपटारे के दौरान 40 लाख 95 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए प्रशासनिक न्यायमूर्ति सौमित्र दयाल सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से लोगों को शीघ्र न्याय मिलता है और समय व धन दोनों की बचत होती है। इस तरह की अदालतों से न्यायालयों पर पड़े मुकदमों के बोझ को कम करने में मदद मिलती है। लोक अदालत के दौरान कैदियों द्वारा बनाए गए उत्पादों के स्टॉल भी लगाए गए, जहां लोगों ने खरीदारी में रुचि दिखाई। इसके अलावा, रामनगर बाल संप्रेक्षण गृह की संवासिनियों द्वारा निर्मित आर्ट क्राफ्ट और बैग की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी।
इस आयोजन में विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जिला जज संजीव पांडेय, सचिव एडीजे विजय कुमार विश्वकर्मा, पीओ कमर्शियल कोर्ट पीएन राय, एमएसीटी पीठासीन अधिकारी अश्विनी कुमार चौबे, न्यायिक अधिकारी किरन पाल सिंह, प्रधान न्यायाधीश (परिवार न्यायालय) हरेंद्र बहादुर सिंह, लोक अदालत के स्थायी अध्यक्ष संतराम, नोडल अधिकारी अनिल कुमार और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रमुख धीरेंद्र जैन सहित कई न्यायिक अधिकारी व गणमान्य लोग शामिल रहे।